लेखनी सारे ख्वाब तुम्हारे थे
तुम हो तो हम हैं
तुम हो तो हम हैं,
कैसे कहे जीवन के,
सुंदर ख्वाब सारे।
तुम थे तो हम थे,
साथ मिलकर गुनगुनाते ।
सुख-दुख साथ बांटते,
हां तुम थे तो हम थे।
जीती हूं यादों के सहारे तेरी,
खट्टी मीठी यादें संजोए ।
कभी उन्मुक्त गगन में उड़ती,
प्यार से तेरे संबल पाती।
सुख दुख में साथ मिल चलते,
हर परेशानी का हल है पाते।
तुम थे तो हम थे।
जीवन के सुंदर ख्वाब सुनहरे थे।
यादों के सुंदर झरोखे से,
तेरी प्यार भरी यादें,
अब तो मुझे छेड़ जाती हैं,
हां आज भी हंसी आती है।
बीते हुए हर लमहे को याद कर,
चेहरे की रंगत बदल जाती है।
हां आपकी यादें सहज रखी हैं,
तुम हो तो हम हैं।
मिलने को आएंगे हम आपसे,
यादों का सारा पिटारा
संग लाएंगे कसम से।
सुनाएंगे जब हम उनको,
आप भी थोड़ा मुस्कुराएंगे।।
रचनाकार ✍️
प्रतियोगिता के लिए
मधु अरोरा
Seema Priyadarshini sahay
22-Mar-2022 01:04 AM
बहुत खूबसूरत
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Punam verma
20-Mar-2022 10:26 AM
Nice
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Abhinav ji
20-Mar-2022 09:21 AM
Nice👍
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